Amit Goyal

Amit Goyal

Tuesday, 11 March 2014

Dedicated to mom and dad on marriage anniversary 

लम्हों की बारिश में आज
फिर से है वो पल आया 
जो है आपके इस प्यारे रिश्ते का साक्षी 
और याद हर लम्हे की जो साथ बिताया 

जिंदगी के इस सफ़र में हमें 
आपसे बहुत कुछ समझ आया 
प्यार क्या है, विश्वास क्या है 
हमारा ये दिल आपसे ही तो जान पाया 

परछायी भी छोड़ देती है साथ अँधेरे में 
पर चाहे दिन हो या रात 
चाहे दुःख की हो आँधी, चाहे ख़ुशी की हो बरसात
एक सच्चे हमसफ़र की तरह हमने 
आपको एक दूसरे के साथ में पाया 

लफ़्ज़ों में बयां हो नहीं सकती 
आपके रिश्ते की खूबसूरती 
नज़र ना लगे इस रिश्ते को कभी 
जिस रिश्ते को खुदा ने इतनी शिद्दत से बनाया 

हम जो भी हैं आज बस आपसे ही हैं 
आपने ही ज़िन्दगी की राहों पे चलना सिखाया 

हर ख्वाब हर ख्वाइश पूरी हो आपकी 
दुआ है बस इतनी रहे आप पर 
हर पल उस रब का साया  

No comments:

Post a Comment